भगवा रंग
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भगवा रंग या केसरिया रंग, नारंगी या केसर के तन्तुओं के सिरे के रंग को कहते हैं। भारतीय धर्मों (हिन्दू, बौद्ध, जैन, सिख, एवं अन्य पन्थ) में इसका बहुत महत्व है।
हिंदुओं के लिए भगवा पवित्र रंग है और अनादि काल से हिंदू संत और साधु भगवा ध्वज की पूजा करते हैं। केसरिया साहस और वीरता का प्रतीक है। भगवा पहनकर, कई भारतीय युवाओं ने आक्रमणकारियों - मुगलों और अंग्रेजों से संघर्ष किया।[1]
भारत के तिरंगे ध्वज के तीन रंगों में सबसे ऊपरी पट्टी का रंग भगवा ही होता है। मराठा साम्राज्य के ध्वज का रंग भी भगवा था।
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केसर के तन्तु
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केसर तन्तु (ईरान से)
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भारत के राष्ट्रीय ध्वज में तीन रंगों की क्षैतिज पट्टियाँ हैं जिनमें से सबसे ऊपरी पट्टी भगवा रंग की है।
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 जनवरी 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 जनवरी 2023.